नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा है कि कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए कुछ भारतीयों के शव इतने जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है तथा पीड़ितों की पहचान की पुष्टि के लिए डीएनए परीक्षण किया जा रहा है।
गोंडा के सांसद, जिन्हें विदेश राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद खाड़ी देश जाना पड़ा, ने कहा कि भारतीय वायु सेना का एक विमान शवों को घर लाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “जैसे ही शवों की पहचान हो जाएगी, उनके परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा हमारा वायु सेना का विमान शवों को वापस ले आएगा।” उन्होंने कहा कि नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, मंगाफ शहर में लगी आग में कम से कम 48 लोग मारे गए हैं और उनमें से 42 भारतीय बताए जा रहे हैं।
छह मंजिला इमारत में आग कल सुबह रसोई से लगी थी। इमारत में करीब 200 लोग रहते थे और अधिकारियों ने बताया कि ज़्यादातर मौतें सोते समय धुएँ में सांस लेने के कारण हुईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल रात अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में इस दुखद घटना की समीक्षा की और आग में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों (लगभग 50) के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। दरअसल, ये जीवित बचे लोग ही अधिकारियों को गंभीर रूप से जले हुए शवों की पहचान करने में मदद कर रहे हैं।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपने कुवैती समकक्ष अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बात की है। श्री जयशंकर ने एक्स पर कहा, “उन्हें आश्वासन दिया गया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी और जल्द से जल्द शवों को भारत लाया जायेगा। कुवैत में भारतीय दूतावास ने पीड़ितों के परिजनों से संपर्क करने के लिए हेल्पलाइन +965-65505246 शुरू की है। पीड़ितों के नामों की पहली सूची आज बाद में जारी होने की उम्मीद है।
Spoke to Kuwaiti FM Abdullah Ali Al-Yahya on the fire tragedy in Kuwait.
Apprised of the efforts made by Kuwaiti authorities in that regard. Was assured that the incident would be fully investigated and that responsibility will be fixed.
Urged the early repatriation of the…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 12, 2024
स्थानीय प्रशासन ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि इमारत में 160 से ज़्यादा लोग कैसे रह रहे थे। इमारत के मालिक और मज़दूरों के लिए ज़िम्मेदार व्यक्ति पर भी कार्रवाई हो सकती है।
इस बीच, तमिलनाडु सरकार ने कहा है कि कम से कम पाँच पीड़ित राज्य के हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपनी संवेदना व्यक्त की है। तमिलनाडु के अनिवासी तमिलों के मंत्री केएस मस्तान ने कहा है कि शवों की पहचान करना एक चुनौती है और वे आधिकारिक पुष्टि का इंतज़ार कर रहे हैं।
कुवैत की कुल जनसंख्या में भारतीयों की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत है तथा कार्यबल में उनकी हिस्सेदारी 30 प्रतिशत है।